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जनसांख्यिकीय संतुलन: कश्मीर के स्थायी पुनर्निर्माण की अनिवार्य शर्त

कश्मीर घाटी की स्थिरता और दीर्घकालिक शांति के लिए सबसे बड़ा प्रश्न केवल सुरक्षा या आर्थिक विकास का नहीं है — बल्कि वहां की जनसांख्यिकीय संरचना (Demographic Structure) का है। जब तक घाटी में जनसंख्या का सामंजस्य नहीं स्थापित किया जाता, तब तक किसी भी योजना या नीति की सफलता अधूरी ही मानी जाएगी। 1990 …

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Make the Census Digital: Towards One India, One Data Platform

भारत जैसे विशाल और विविधताओं से भरे देश में जनगणना सिर्फ जनसंख्या की गिनती नहीं होती, बल्कि यह देश की सामाजिक, आर्थिक और प्रशासनिक दिशा तय करने का एक सशक्त माध्यम भी होती है। हर 10 वर्षों में होने वाली यह प्रक्रिया लाखों कर्मचारियों और हजारों करोड़ रुपये के बजट के साथ संपन्न होती है। …

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भारत ने बांग्लादेश को दिया कड़ा झटका, ट्रांसशिपमेंट सुविधा बंद करने से डगमगाई ढाका की अर्थव्यवस्था

मोहम्मद यूनुस, जिन्हें एक ‘डीप स्टेट’ का समर्थक माना जाता है, शायद यह भूल गए हैं कि यह भारत अब पहले जैसा नहीं रहा। ना तो उन्हें व्यापार का ज्ञान है,ना ही राजनीति की उतनी समझ है जितनी होनी चाहिए। आज का भारत पहले से कहीं अधिक सशक्त और आत्मनिर्भर है। वह अब किसी भी …

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राजघाट पर स्मृति स्थल में भेदभाव? सरदार पटेल, डॉ. अंबेडकर और डॉ. राजेंद्र प्रसाद को क्यों नहीं मिली जगह?

देश की राजधानी दिल्ली में यमुना के किनारे स्थित राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि है। इसी स्मृति स्थल पर देश के कई शीर्ष नेताओं की समाधियां बनाई गई हैं, लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या सभी प्रमुख नेताओं को यहां समान रूप से स्थान मिला है? इस स्मृति स्थल पर भारत को एकता …

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